मामा की सेक्सी बेटी की बार बार चुदाई- 2

जॉन 7

02-05-2024

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Xxx बहन की वासना इतनी बढ़ गयी थी कि वह हर समय मेरे लंड से चुदाने के जुगाड़ में रहती थी. एक दिन वह मुझे खेत में गयी और वहां खुले में चुद गयी.


दोस्तो, मेरी ममेरी बहन मेघा की चुदाई की कहानी के पिछले भाग खेत में मचान पर चुदी मेरी बहन में अब तक आपने पढ़ा था कि खेतों में मैंने मेघा की चूत चूस कर उसका रस पी लिया था.


अब आगे Xxx बहन की वासना:


मेघा- भैया, अब मुझे आपका वाला पीना है. मैं- आ जाओ.


मेघा मेरे ऊपर आ गयी. उसके जिस्म पर एक भी कपड़ा नहीं था.


उसने मेरी अंडरवियर उतारी और मेरे लंड को हाथ में लेकर चाटने लगी.


मेघा- भैया ये तो एक बार में ही काफ़ी बड़ा हो गया है. शायद अबकी ज़्यादा दर्द होगा मुझे! मैं- कुछ नहीं होगा. यह वही औजार है, जो पहले घुस चुका है.


मैंने लंड हिलाया तो मेघा ने करीब दस मिनट तक मेरा लंड पिया और उसका रस भी पी लिया.


अब मेघा मेरे बगल में लेट गयी. मैं और मेघा दोनों बिना कपड़ों के मचान के ऊपर गद्दे पर लेटे थे.


मैंने मेघा की तरफ करवट ली और हम दोनों ने चूमाचाटी शुरू कर दी. कुछ मिनट तक हम दोनों ने चूमाचाटी की.


मैंने मेघा के होंठों को, चेहरे को, गर्दन को खूब चाटा और चूमा. फिर मैं उसके ऊपर आ गया.


मेघा- भैया अब कीजिए ना डाल कर … और रुका नहीं जा रहा!


मैं- क्या करूं? मेघा- मैं नहीं बोलूँगी. आप हमेशा गंदा गंदा बुलवा देते हो मुझसे! मैं- जब तक गंदा नहीं बोलोगी, तब तक शर्म नहीं जाएगी. शर्म जाएगी तभी तो हम दोनों सही वाला प्यार कर पाएंगे. मेघा- हे भगवान.


मैं- मैंने मेघा को थोड़ा और गर्म करने के लिए उसके दूध दबाए और चूमाचाटी करनी शुरू कर दी. मेघा- भैया डाल कर कीजिए ना अब!


मैं- क्या करूं. अपने मुँह से बोलो. मेघा ने धीरे से बोला- मेरी चुदाई कीजिए भैया! मैं- इतना बड़ा लंड ले पाओगी तुम?


मेघा- कहां देंगे आप इसे? मैं- तुम्हारी चूत में.


मेघा- भैया बहुत गीली है, आराम से चला जाएगा.


मेघा ने धीरे से अपनी टांगें खोल दीं. मैंने कंडोम पहना.


मेघा- खूब प्यार कीजिए मुझे. मैंने मेघा की चूत में धक्का दिया और पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.


मेघा ने अपने हाथ से अपना मुँह बंद कर लिया- आह बहुत बड़ा हो गया है भैया आपका! मैंने मेघा के होंठों को पीना शुरू कर दिया और धीरे धीरे उसकी चूत में लंड भी अन्दर बाहर कर रहा था.


कुछ देर बाद मेघा को भी अच्छा लगने लगा. मैं- फिर हम दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे.


मेघा तो थी ही हूर की परी. बहुत खूबसूरत. मैं मेघा को चोद भी रहा था और उसके दूध भी चूस रहा था.


मेघा- भैया कंडोम से और अच्छा लग रहा है. मैं- तुम्हें प्यार करने में बहुत मज़ा आता है मेघा!


मेघा- सिर्फ़ प्यार करने में मज़ा आता है? मैं- तुमको चोदने में बहुत मज़ा आता है.


मेघा- नाम लेकर बोलिए. मैं- मेघा तुम्हें चोदने में बहुत मज़ा आता है मुझे!


मेघा- कौन हूँ मैं आपकी? मैं- कज़िन.


मेघा- भला कोई अपनी कज़िन को चोदता है नंगी करके? मैं- कज़िन अगर चुदवाना चाहे तो चोदना पड़ेगा ना.


मेघा- आग तो पहले आप ही ने लगाई थी! मैं- तो उसी आग को अब बुझा भी तो रहा हूँ.


मेघा- कैसे बुझा रहे हैं आप आग को? मैं- तुम्हारी चुदाई करके.


मेघा- उफफ्फ़ … कैसे चोद रहे है आप मुझे! मैं- पूरी नंगी करके.


मेघा- अपनी कज़िन को नंगी कर दिया आपने! मैं- सिर्फ़ नंगी ही नहीं किया. मेघा- तो फिर क्या क्या किया? मैं- अपनी कज़िन को खेत में लाया फिर पेड़ पर बने मचान में चढ़ाया. फिर एक एक करके उसके सारे कपड़े उतारे. उसको नंगी किया. उसके दूध पिए, चूत चाटी और अब उसकी चुदाई कर रहा हूँ.


मेघा- मुझे तो यकीन नहीं हो रहा कि मैं आपसे चुदवा रही हूँ और वह भी खेत में! मैं- मेघा तुम इतनी ज़्यादा खूबसूरत हो और बिना कपड़ों के तो … और भी सुंदर लगती हो. मेघा- भैया, मेरा मन भी करता है कि बस आपसे दिन रात प्यार करवाऊं.


मैं- ओके तो प्यार करवाओ न! मेघा- हां प्यार करवा रही हूँ!


मैंने मेघा की चुदाई और तेज कर दी. उसके दूध झूल रहे थे.


‘तुमको प्यार करते वक़्त तुम्हारे दूध जो झूलते है, वह बहुत अच्छा लगता है.’ मेघा- आप ही ने बड़े किए है इतने!


मैं अब मेघा की आंखों में देखने लगा.


Xxx बहन की वासना अब मुझसे गन्दी बातें करवा रही थी, वह बोली- क्या कर रहे आप मेरे साथ? मैं- तुम्हारी चुदाई. मेघा- तो और कस कसके कीजिए. मैं- और तेज मेघा?


मेघा- हां भैया.


मेरी कजिन मेघा की टांगें काफ़ी लंबी थीं और दोनों हवा में ऊपर की तरफ थी खुली हुई चूत सामने थी. मैं मेघा की चुदाई कर रहा था.


अब मेघा का खुद पर से कंट्रोल ख़त्म हो रहा था. मेघा- और चोदिए भैया!


मैं- आह और कसके लूँ मेघा! मेघा- हां.


मैं- और तेज? मेघा- हां और.


मैं- और तेज… मेघा- हा.


मेघा- आहह. मैं- क्या हुआ.


मेघा- आअहह … हो गया मेरा. वह ढीली पड़ गयी.


मैं- आज जल्दी हो गया तुम्हारा? मेघा- इतना बड़ा है आपका … थका देते हैं आप!


फिर मैंने और मेघा ने उसी पेड़ पर आधा घंटा और बिताया. करीब 4 बजे हम दोनों घर वापिस आ गए.


अब मैं और मेघा किसी भी रूम में चूमाचाटी शुरू कर देते थे और मैं उसके दूध दबा देता था.


लेकिन उसके बाद से काफ़ी दिन तक मुझे और मेघा को सेक्स करने का मौका नहीं मिला. हम लोग बस मौका तलाश कर रहे थे.


फाइनली बीस दिनों बाद वह मौका आ ही गया.


मामा मामी को किसी रिलेटिव की शादी में जाना था. पूरा एक दिन का मौका हाथ लगा था.


वे लोग अगले दिन दोपहर के बाद आने वाले थे.


मेघा और उसकी बहन भी जाने लगी लेकिन मैंने मना कर दिया कि मुझे घर पर काम है. घर पर रखवाली के लिए कोई तो होना चाहिए.


सब लोग रेडी होकर नीचे कार में बैठने लगे. तभी मेघा का पांव मुड़ गया और उसके पैर में मोच आ गयी.


उसने बोला कि उसे चलने में बहुत परेशानी हो गई है. वह चल नहीं पाएगी. इस तरह से मेघा का जाना कैंसिल हो गया.


उसकी बहन उसे पकड़ कर धीरे धीरे ऊपर आई और बेल बजाई. मैंने जैसे दरवाजा खोला तो उसे देख कर पूछा- क्या हो गया?


उसकी बहन ने मेघा को मेरी तरफ धक्का देते हुए कहा- लीजिए संभालिए अपनी बहन को. वह चली गयी.


मैं- क्या हुआ तुम्हें? मेघा- कुछ नहीं हल्की सी मोच आ गयी है पांव में … अभी ठीक हो जाएगी.


मैं रूम में चला गया. मेघा ने कमरे के दरवाजे को नॉक किया. दरवाजा पहले से ही खुला था.


मैंने देखा तो मेघा खड़ी थी. वह काली नाइटी पहन कर खड़ी थी.


मैं- तुम्हें चोट नहीं लगी क्या? मेघा- वह तो बस बहाना था. किसी को शक भी नहीं हुआ.


मैं- तो क्या प्लान है आज का! वह धीरे धीरे से चलती हुई मेरे पास आई- आपको पता तो चल ही गया होगा!


मेघा के बाल खुले थे. उसने ब्रा पैंटी और उसके ऊपर से नाइटी का शॉर्ट्स पहना था, ऊपर पतली सी नाइटी की कोटी पहनी थी.


मैं- आज बहुत कयामत लग रही हो इस ड्रेस में! मेघा- तभी तो पहनी है.


मैंने मेघा को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया. फिर मैंने मेघा की नाइटी की कोटी उतार दी और उसके कंधे पर, पीठ पर किस करने लगा.


मेघा- भैया!


मैंने मेघा को गोद में उठाया और बेड पर लेटा दिया. वह बस मुझे ही देखे जा रही थी.


मैं मेघा के ऊपर चढ़ गया और उसे किस करने लगा.


हम लोगों ने काफ़ी देर तक किस की.


फिर मैंने मेघा की ब्रा उतार दी. मेघा के दूध 30 इंच के हो गए थे और एकदम धवल और मुलायम थे.


मेघा- भैया इन्हें प्यार कर लीजिए! मैं- ये भी कोई कहने की बात है … आज पूरी रात दबाऊंगा इन्हें! मेघा- आप ही के हैं.


मैंने मेघा के दूध हाथ में लिए और धीरे धीरे मसलने लगा. मेघा- म्म्म्म म …


मैंने मेघा के दूध खूब मसले और मेघा बस बेड पर लेटी हुई आहें भर रही थी. फिर मैंने बारी बारी से उसके निप्पल चूसने शुरू कर दिए.


मेघा- भैया आअहह! मैं- आज तुम नहीं बचोगी. पूरा खा जाऊंगा तुम्हें! मेघा- बचना भी कौन चाहता है!


अब मैं मेघा के दूध कस कसके दबा रहा था और चूस रहा था.


मेघा- आआअहह. मैं- मज़ा आ रहा है? मेघा- बहुत … म्म्म्म!


मेघा के निप्पल एकदम टाइट हो गए थे. मैं लगातार उसके दूध मसल रहा था और निप्पल चूस रहा था.


धीरे धीरे मैं मेघा के पेट से नीचे की तरफ बढ़ा और उसकी नाइटी का शॉर्ट उतार दिया.


मेघा की जांघें मोटी मोटी और गोरी थीं. मैं मेघा की जांघों को चाटने लगा.


मेघा बस अपने दूध मसल रही थी और आहें भर रही थी. मैंने मेघा की जांघों को करीब बीस मिनट चाटा और चूसा.


फिर मैंने उसे पलट दिया. अब मेघा की पीठ ऊपर थी. बहुत सेक्सी पीठ थी उसकी!


मैंने काफी देर तक मेघा की पीठ और उसकी जांघों को प्यार किया.


मेघा पागल सी हुई जा रही थी- भैया, पैंटी उतार दीजिए ना. बहुत पानी आ रहा है.


मैंने मेघा की पैंटी उतार दी. पैंटी बिल्कुल गीली थी.


मैंने मेघा की दोनों जांघों को फैलाया, उसकी चूत गुलाबी थी और रसीली थी. देर ना करते हुए मैंने मेघा की चूत को जीभ से चाट लिया.


मेघा- आआहह … भैयाआ. मैं अब लगातार मेघा की चूत को जीभ से चाट रहा था. मेघा- म्म्म्म!


मैं- बहुत नमकीन चूत है तुम्हारी मेघा! मेघा- पी लीजिए भैया. बहुत पानी छोड़ती है ये!


मैंने मेघा की दोनों टांगें पूरी फैला कर उसकी चूत की दोनों फांकें खोल दीं और मुँह में भरकर चूसने लगा.


मेघा को तो जैसे जन्नत मिल गयी थी- उफ्फ़ … मर जाऊंगी मैं आज … ऐसे ख़ाता है कोई … बहुत गुदगुदी हो रही है भैया!


मैं- बहुत रसीली चूत है तुम्हारी मेघा! मेघा- इतनी बेरहमी से कोई ख़ाता है क्या! मैं- तुम्हारा रस पीना है मुझे! मेघा- हां तब तो आपको ऐसे ही मेहनत करनी पड़ेगी.


मेघा बिना कपड़ों के बेड पेर दोनों टांगें फैलाए लेटी थी और मैं उसकी चूत चूस रहा था. वह बहुत आवाजें कर रही थी.


कुछ मिनट बाद मेघा बोली- भैया मेरा होने वाला है. मैंने मेघा की पूरी चूत मुँह में भर ली और कस कसके चूसने लगा.


मेघा- अहह! तभी उसकी चूत से गाढ़ा गाढ़ा रस निकल गया.


बहुत जवान थी वह … करीब आधा कप रस निकला था. मैंने पूरा रस मुँह लगा कर पी लिया.


मेघा- भैया थका दिया आपने तो! फिर उसने देखा कि मेरा लंड एकदम टाइट था.


मेघा- आपका वाला पीना है मुझे! मैं- मैंने अपना लंड मेघा के मुँह में दे दिया और वह लॉलीपॉप की तरह उसे चूसने लगी.


मेघा- बहुत बड़ा हो गया है ये!


मैं- रस निकलने वाला है मेरा! मेघा इशारे से बोली- आने दो. उसने मेरा लिक्विड मुँह लगा कर पी लिया.


मेघा हंसती हुई बोली- बहुत टेस्टी था.


मैंने मेघा को देखा, वह काफ़ी खूबसूरत थी और बिना कपड़ों के थी.


मैंने कहा- मेघा, चलो बाथरूम में चलते हैं. मैं और मेघा बाथरूम में गए.


उस वक्त रात के करीब 11 बज रहे थे. मैं और मेघा बाथरूम में पहुंचते ही लग गए और चूमाचाटी शुरू कर दी.


मैंने उसे फव्वारे के नीचे खड़ा करके खूब किस किया, उसके दूध मसले और उसकी चूत भी रगड़ी.


मेघा भी पागल हो रही थी. उसने मेरा लंड पकड़ लिया और बोली- भैया डाल कर कीजिए ना!


मैं- घुटने के बल बैठ जाओ. मेघा बाथरूम में घुटनों के बल बैठ गयी. मैंने अपना लंड मेघा की चूत में पीछे से डालने लगा.


मेघा- आआहह … भैया दर्द हो रहा है. मैंने धीरे धीरे मेघा की चूत में लंड डाल ही दिया. मेघा- धीरे धीरे कीजिएगा.


मैंने पहले मेघा की चूत में धीरे धीरे अन्दर बाहर किया. और जब उसे मज़ा आने लगा, तो मैंने स्पीड बढ़ा दी.


मेघा- अह और तेज भैया! मैं- बहुत गर्म चूत है तुम्हारी मेघा! मेघा- तो ठंडी कर दो.


मैं मेघा को पीछे से उसकी कमर पकड़ कर चोद भी रहा था और उसकी गांड पर थप्पड़ भी मार रहा था.


मेघा- आअहह, भैया और तेज कीजिए! मैं- क्या करूं और तेज!


मेघा- चोदिए मुझे. मैं- मज़ा आ रहा है चुदने में मेघा?


मेघा- बहुत … आपका लंड लेने में बहुत मज़ा आता है. मैं- अब सीधा करके लूँगा तुम्हारी! मेघा- जैसे मर्ज़ी वैसे लीजिए अपनी बहन की चूत!


मेघा बाथरूम में सीधी लेट गयी. वह पूरी नंगी थी और उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था.


मेघा ने अपनी दोनों टांगें फैला लीं. मैं मेघा के ऊपर आ गया और मेघा के पैरों में अपने पैर फंसा लिए.


मेघा के होंठों को अपने होंठों में भर लिया और लंड मेघा की चूत में डालकर चुदाई शुरू कर दी.


मेघा- अहह. मैं- अच्छा लग रहा है? मेघा- हां करते रहिए. अहह.


मैं- बहुत गजब हो तुम मेघा! मेघा- इतनी ज्यादा बार आपने डाल कर किया है कि मेरी कमर चौड़ी हो गयी है … और दूध भी भारी कर दिए आपने!


मैं- तुम्हें करवाने में भी तो मज़ा आता है. मेघा हंसने लगी- और तेज तेज कीजिए भैया!


मैं- और तेज मेघा? मेघा- हां और तेज.


मैं- और तेज? मेघा- और तेज. आहह.


मैं मेघा के दूध मसल रहा था और लगातार उसे चोद रहा था.


मेघा- आआअहह … और तेज … और अन्दर … और कसके आआहह … भैया मेरा होने वाला है.


मैंने भी मेघा की चूत भर दी और उसका भी रस निकल गया. मैं और मेघा बाथरूम में बिना कपड़ों के लेटे थे.


मेघा- अब तो पेट भरा आपका या नहीं? मैं- हां … अभी के लिए तो भर गया.


अब मैं और मेघा बेडरूम से सोने के लिए चले गए. Xxx बहन की वासना की कहानी में आपको मजा आ रहा होगा. अपने विचार मुझ तक पहुंचाते रहिये.


दोस्तो, अगले भाग में आप पढ़ेंगे कि सुबह को उठ कर किस तरह से मैंने अपनी बहन को चुदाई का मजा दिया. [email protected]


Xxx बहन की वासना की कहानी का अगला भाग:


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